देवदार और चीड़ के पेड़ों से घिरा है खूबसूरत चंबा

चंबा श्री बागेश्वर मंदिर के लिए काफी प्रसिद्ध है, यहां के मनमोहक दृश्यों को देखने के लिए पर्यटक खिंचे चले आते हैं, यहां सारा साल पर्यटन किया जा सकता है। इसके अलावा चंबा अन्य कई जगह घूमने लायक हैं, यहां गब्बर सिंह नेगी स्मारक भी काफी मशहरू है। आई जानें चंबा और इसकी खूबसूरती के बारे में…

उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले में स्थित है देवदार और चीड़ के पेड़ों से घिरा खूबसूरत चंबा। समुद्र तल से 1524 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह जगह प्राकृतिक नजारों के लिए काफी मशहूर है। प्रकृति प्रेमिया को यहां एक बार जरूर आना चाहिए। यह क्षेत्र सेब और खुमानी के बागों के लिए मशहूर है। बुरांश के फूल भी यहां बहुतायत में होते हैं।

यहां का आकर्षण 1925 में बना ठाकुर गब्बर सिंह नेगी स्मारक काफी प्रसिद्ध है। उन्होंने साल 1913 में गढ़वाल राइफल्स में सिपाही के तौर पर अपनी सेवाएं दी और प्रथम विश्व युद्ध में जर्मनी के लिए लड़े और जीते। इसके लिए उन्हें सर्वोच्च वीरता पुरस्कार, मरणोपरांत विजय क्रॉस का सम्मान मिला। हर साल 21 अप्रैल को गढ़वाल रेजिमेंट ठाकुर गब्बर सिंह नेगी को श्रद्धांजलि देती है। भगवान शिव को समर्पित श्री बागेश्वर महादेव मंदिर भी यहां के आकर्षणों में से एक है। माना जाता है कि इस जगह शिवलिंग रहस्यमय तौर पर जमीने के नीचे से निकला। शिवरात्रि पर यहां भव्य समारोह होता है।

चंबा कैसे जाएं
-सड़क मार्ग से चंबा जाने के लिए देहरादून, टिहरी, श्रीनगर, उत्तरकाशी, मसूरी, देवप्रयाग, ऋषिकेश बसें बड़े आराम से मिल जाएंगी। इन सभी जगहों से टैक्सी बुकिंग पर भी ले जा सकते हैं।
-चंबा से 60 किलोमीटर की दूरी पर सबसे नजदीक ऋषिकेश रेलवे स्टेशन है। यहां से बसें और टैक्सी बुकिंग की भी सभी सुविधाएं हैं।
-चंबा से 80 किलोमीटर दूरी पर सबसे नजदीक जॉली ग्रांट हवाई अड्‌डा है। यहां से टैक्सी बुकिंग करके भी चंबा पहुंच सकते हैं।

चंबा किस मौसम में जाएं
चंबा में मौसत पूरे साल सुहावना रहता है। इस लिए यात्री यहां कभी भी पर्यटन के लिए आ सकता है। लेकिन सर्दियों में यहां बहुत सर्दी पड़ती है। उस अनुसार सर्दियों में ठंड से बचाने की तैयारी करके जाएं। यहां बर्फबारी भी हो जाती है। मानसून के दौरान चंबा में सामान्य से कम बारिश होती है। यहां पर्यटन के लिए मार्च और जून का समय सबसे बेहतर है।

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