उत्तराखंड के पारंपरिक व्यंजनों में से एक है आलू की थिच्वनी। इसे तरीदार बनाया जाता है और ज्यादातर चावल के साथ ही खाया जाता है। आओ जानते हैं कैसे बनती है यह सब्जी।
सामग्री: 10 छोटे आलू, 5 चम्मच सरसों का तेल, तेजपत्ता,, चम्मच का चौथा हिस्सा राई, आधा चम्मच हल्दी, आधा चम्मच लाल मिर्च, 4-5 हरी मिर्च कटी हुई, चम्मच का चौथा हिस्सा हींग, एक चम्मच अदरक एवं लहसुन कहां पेस्ट, एक चम्मच धनिया पाउडर, आधा चम्मच गरम मसाला, दो-तीन बारीक कटे हुए प्याज, दो-तीन कटे हुए टमाटर, नमक स्वादानुसार।
बनाने की विधि: कढ़ाई को चूल्हे पर रखकर गर्म होने पर सरसों का तेल डालें। तेल पक जाने पर जीरा और तेजपत्ता डालें। राई चटकने लगे तो चम्मच का चौथा हिस्सा हींग डालें, अदरक लहसुन के पेस्ट का एक चम्मच डालें। थोड़ा भून जाने पर पर कटी हुई हरी मिर्च डालें और चलाते रहे। आप कटा हुआ प्याज डालें और हल्का भूरा होने तक प्याज को चलाएं। इसके बाद थिंचे हुए आलू डालें। आलू पकने तक अच्छे से चलाएं। स्वादानुसार नमक, एक चम्मच धनिया, चम्मच का चौथा हिस्सा हल्दी, आधा चम्मच लाल मिर्च पाउडर डालकर चलाएं और ढक कर 5 मिनट तक कम आंच पर पकाएं। इसके बाद कटे हुए टमाटर डालें और उसे भी 5 मिनट ढककर पकाएं। इसके बाद 1 कप पानी, आप अपने अनुसार कम या ज्यादा डालें और 5 मिनट तक ढककर फिर पकाएं। लो लो जी हो गई तैयार आलू की थिच्वनी (कुटे आलू की सब्जी)। उत्तराखंड में सब्जी को ज्यादा चावल के साथ खाया जाता है।