मुंबई। द केरला स्टोरी को दर्शक बहुत पसंद कर रहे हैं। रिलीज के तीसरे दिन फिल्म से 16 करोड़ रुपए की कमाई की। अब तक फिल्म 35.25 करोड़ रुपए का कलेक्शन कर चुकी है। हालांकि फिल्म को लेकर विवाद भी कम होने का नाम नहीं ले रहे। मध्य प्रदेश के बाद ‘द केरल स्टोरी’ को उत्तर प्रदेश में भी टैक्स फ्री कर दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने सोशल मीडिया पर इस बात की जानकारी साझा की है। कर्नाटक चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी फिल्म का जिक्र कर चुके हैं। Read More
तमिलनाडु मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ने ‘द केरल स्टोरी’ नहीं दिखाने का फैसला किया है। इसकी घोषणा रविवार को की गई। एसोसिएशन ने इस फैसले के पीछे तमिलनाडु की कानून व्यवस्था और फिल्म के खराब प्रदर्शन का हवाला दिया है। बता दें कि ‘द केरल स्टोरी’ की रिलीज के बाद से तमिलनाडु में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। नाम तमिलर काची (एनटीके) पार्टी ने शनिवार को चेन्नई में फिल्म की रिलीज के खिलाफ प्रदर्शन किया। इतना ही नहीं पार्टी ने फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग की है। इसके अलावा उन्होंने थिएटर मालिकों से फिल्म न चलाने की और लोगों से इसे नहीं देखने की अपील की। ‘द केरल स्टोरी’ विषयगत रूप से भी काफी समृद्ध है।
पटियाला। मंदिर कमेटी एकता नगर सेवा समिति (संचालित गढ़माऊं एकता एवं सेवा समिति) की ओर से आयोजित श्री रामचरितमानस अखंड पाठ संपन्न हो गया। शुक्रवार को समापन समारोह में सांसद परनीत कौर विशेष तौर पर कार्यक्रम में शामिल हुईं। उन्होंने जहां भगवान श्रीराम के चरणों में माथा टेका वहीं उत्तराखंडी प्रवासियों को उनकी ईमानदारी और मेहनत के लिए सराहा। कार्यक्रम में पूर्व मेयर संजीव शर्मा बिट्टू भी मौजूद रहे।
शुक्रवार 14 अप्रैल 2023 को सुबह 11 बजे श्री रामायण पाठ के भोग डाले गए। इसके बाद भक्तों के लिए प्रभु की रसोई का आयोजन किया गया, जो प्रभु इच्छा तक चलती रही। समारोह के अंत में उत्तराखंडी सभाओं के पदाधिकारियों को कार्यक्रम में पहुंचने के लिए जहां आभार व्यक्त किया गया वहीं उन्हें सम्मानित भी किया गया।
अमृतसर। गढ़वाल सभा भवन कृष्णा नगर अमृतसर में ‘अपणि बोलि-अपणि भाषा’ जन जागरण अभियान कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रेम सिंह पंवार ने की। बैठक में गढ़वाली सभा कृष्णा नगर, उतराखण्डी गढ़वाली रामलीला कमेटी के पदाधिकारी शामिल रहे। जनजागरण अभियान के लिए अमृतसर पहुंचने वाले सदस्यों में डॉ. बिहारीलाल जलन्धरी, चंद्र सिंह रावत, प्रेम सिंह बिष्ट, बिनोद प्रसाद भट्ट शामिल थे।
गढ़वाली सभा के उप प्रधान अमर सिंह पंवार उत्तराखंडी ने कहा कि उत्तराखंड में पंजाबी की तरह एक प्रतिनिधि भाषा की आवश्यकता है लेकिन राज्य गठन के बाद भी हम गढ़वाली कुमाऊँनी जौनसारी के फेर में फंसे हुए हैं। हमारा पूरा समाज एकजुट होने पर भी बंटा हुआ है। Read More
पटियाला। ‘पहाड़ की याद’ कार्यक्रम में उत्तराखंडी समाज गढ़वाली गीतों पर खूब झूमा। सुप्रसिद्ध लोक गायिका सरिता बैनोला एवं गायक राकेश शाह ने पूराने लोकगीतों से दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। सबसे म्यारा मोती ढांगा…गीत ने तो गांव से जुड़ी यादों को ताजा कर दिया। कोविड की वजह से काफी समय बाद पटियाला में उत्तराखंडी सांस्कृतिक एवं रंगारंग कार्यक्रम की झलक देखने को मिली।
हिलाँस साँस्कृतिक कला मंच ने अपने 24वें स्थापना दिवस पर एलपीडब्ल्यू ऑडिटोरियम में 2 अप्रंल 2023, दिन रविवार को गारंग और सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘पहाड़ की याद’ का आयोजन किया। मुख्यातिथि महारानी परनीत कौर सांसद पटियाला ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। उनका साथ पूर्व मेयर संजीव शर्मा बिट्टू, भाजपा के शहरी प्रधान केके मल्होत्रा, वेल्फेयर बोर्ड पंजाब के पूर्व चेयरमैन ऊधम सिंह कंबोज ने भी दिया। इसके बाद गायिका सरिता बैनोला और कलाकारों ने गणेश वंदना से प्रस्तुतियों का सिलसिला शुरू किया। एक के बाद एक आकर्षक झलकियों ने दर्शकों को मन मोह लिया। Read More
नई टिहरी| टिहरी एवं उत्तरकाशी के कई गांवों को जोड़ता लंबगांव-बिजपुर-घनसाली राज्य मार्ग एक महीने से बंद पड़ा है। इससे कई ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आवागमन के लिए ग्रामीण लंबे रास्तों से होकर आवागमन करने के लिए मजबूर है। वाहन केमुंडाखाल-चमियाला के रास्ते घनसाली पहुंच रहे हैं।
ग्रामीणों को आवश्यक वस्तुएं भी समय पर नहीं मिल पा रही हैं। उत्तरकाशी जिले के गाजणा पट्टी, भटवाड़ी आदि क्षेत्र मार्ग बंद होने से पूरी तरह प्रभावित हैं। लंबगांव क्षेत्र का प्रमुख मोटर मार्ग लंबगांव-बिपुर-पनियाला भी बाधित है।
इसी तरह टिहरी जिले में प्रतापनगर की भदूरा पट्टी सहित चमियाला क्षेत्र पहाड़ दरकने, जमीन धंसने से प्रभावित हो गए हैं। वाहनों के लिए मार्ग खोलने में अभी और समय लग सकता है।
ऋषिकेश । रोमांच के शौकीनों के लिए 01 सितंबर से राफ्टिंग और कैंपिंग फिर से शुरू की जा रही है। हेंवघाटी, तपोवन और शिवपुरी क्षेत्र में संचालित कैंप फिर से चल सकेंगे। गंगा का जलस्तर बढ़ा तो 30 जून के बाद राफ्टिंग का संचालन बंद कर दिया गया था। जुलाई और अगस्त महीने में बरसात की वजह से पर्यटक पानी के रोमांचक खेलों और नदी किनारे लगे कैंपों से दूरी बना लेते हैं।