हिलाँस|आर प्रमोद, चंडीगढ़: हर साल 29 सितंबर को वर्ल्ड हार्ट डे मनाया जाता है, ताकि कार्डियोवैस्कुलर डिसीज (सीवीडी) और उनकी रोकथाम पर जागरूकता उत्पन्न की जा सके। वर्ल्ड हार्ट डे दुनियाभर के लोगों को याद दिलाता है कि वे अपने और अपने परिवार के लिये लाइफस्टाइल से संबंधित विकल्पों का मूल्यांकन करना शुरू करें और इस रोग से अपने स्वास्थ्य की सुरक्षा का ध्यान रखने के लिये कठोर कदम उठाने की जरूरत को पहचानें। हृदय को स्वस्थ रखने वाली जीवनशैली के महत्व के बारे में बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री सोहा अली खान ने कहा कि कार्डियोवैस्कुलर डिसीज भारत के परिवारों में आम होती जा रही हैं। लाइफस्टाइल और आहार में छोटे, लेकिन प्रभावी बदलाव कर हम खुद को और अपने परिवार को सीवीडी से बचाने के लिये सार्थक प्रयास कर सकते हैं। और इसके सबसे आसान तरीकों में से एक है अपनी डाइट में बादाम जैसे हेल्दी फूड्स शामिल करना। बादाम 14 मौलिक पोषक-तत्वों का स्रोत होते हैं, जैसे विटामिन ‘ई’, मैग्नीशियम, प्रोटीन, रिबोफ्लेविन, जिंक, आदि। ‘ फिटनेस और सेलीब्रिटी इंस्ट्रक्टर यास्मिन कराचीवाला के अनुसार, ”सही वजन बनाये रखकर आप डायबिटीज, उच्च कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लड प्रेशर का जोखिम कम कर सकते हैं – इन सभी का कार्डियोवैस्कुलर डिसीज से सम्बंध है।
इसके लिये, मैं रोजाना कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज करने की सलाह देती हूँ, ताकि आपका शरीर ऐसे आकार में आये, जो आपको अच्छा लगता हो। रोज एक्सरसाइज करने के लिये पैदल चलने, दौड़ने, योग, पाइलेट्स या ऑनलाइन डांस क्लास का सहारा लिया जा सकता है। इसके अलावा, पौष्टिक और संपूर्ण आहार लें, जैसे बादाम। ‘ न्यूट्रीशन एंड वेलनेस कंसल्टेन्ट शीला कृष्णास्वामी ने सही खाने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा, ”हृदय के स्वास्थ्य पर लगातार फोकस करना चाहिये और लाइफस्टाइल में लंबी अवधि के बदलावों पर जोर देना चाहिये। हृदय को स्वस्थ रखने के लिये, अन्य कामों के अलावा अपने वजन की जांच करते रहना महत्वपूर्ण है। साल 2015 के एक अध्ययन ने बताया कि रोजाना 42 ग्राम बादाम खाने से पेट की चर्बी और कमर का नाप कम हुआ, जो कि हृदय रोग के जोखिम के कारक हैं। ” अभी भारत और विश्व के लोगों में तनाव का स्तर उच्च है, और इस समय स्नैकिंग भी बहुत ज्यादा हो रही है। ऋतिका समद्दर, रीजनल हेड- डायटेटिक्स, मैक्स हैल्थकेयर- दिल्ली, के अनुसार, ”भारत में होने वाली कुल मौतों में कार्डियोवैस्कुलर डिसीज (सीवीडी) का योगदान 28 प्रतिशत है, जो किसी भी अन्य कारण से ज्यादा है। भारत के लोग न्यू नॉर्मल को अपना रहे हैं, जिसमें कई लोगों को तनाव हो रहा है, जो सीवीडी के जोखिम का प्रमुख कारक है।’ पाइलेट्स एक्सपर्ट और डाइट एंड न्यूट्रीशनल कंसल्टेन्ट माधुरी रूइया ने कहा, ”जरूरत से ज्यादा खाना, एक्सरसाइज नहीं करना, अस्वास्थ्यकर स्नैक लेना कुछ ऐसी चीजें हैं, जो हृदय रोग में योगदान देते हैं। पुराना शोध कहता है कि बादाम खाने से हृदय रोग के जोखिम के कुछ कारकों को मैनेज करने में मदद मिल सकती है। एक हालिया अध्ययन ने भी दर्शाया है कि रोजाना 45 ग्राम बादाम खाने से डीस्लिपिडेमिया को कम करने में मदद मिल सकती है, जिसमें एलडीएल-कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लीसराइड का स्तर उच्च होता है और एचडीएल कोलेस्ट्रॉल कम होता है।”