माछी पानी सी ज्यु तेरु मेरु ज्यु हो,
बिना तेरा नि जियेंदु, नि रयेंदु त्वे बिना,
माछी पानी सी ज्यू तेरु मेरु हो,
माछी पानी सी…
दियू बाती सी ज्यू तेरु मेरु हो,
बिना तेरा नि जियेंदु , नि रयेंदु त्वे बिना,
दियू बाती सी ज्यू तेरु मेरु हो,
दियू बाती सी…
दिन डूबी धारु पोर, दिन हो-हो-हो
दिन डूबी धारु पोर, ख़ुद खेवायीं ऐ घोर,
फिर आंख्यू बस्ग्याल, फिर उमली उमाल,
फिर उमली उमाल सुवा हो…
बिना तेरा नि थम्येदु , नि थम्येदु त्वै बिना
माछी पानी सी जियु तेरु मेरु हो,
माछी पानी सी…
ऋतु मोल्यार की औन्दी, रितु हो-हो-हो
ऋतु मोल्यार की औन्दी, फूलि डालियूं हैसौन्दी,
बंडी बरसुं मा ऐसूं, मन बोदू मी भी हैंसूं
मन बोदु मी भी हैंसूं सुवा हो …
बिना तेरा नि हैसेंदु, नि हैसंदु त्वे बिना,
दियू बाती सी…
पांडा सुचणी सिलोटी, पांडा हो-हो-हो
पांडा सुचणी सिलोटी, उबरा उंघणी जंदरी,
चौक टपराणु उरख्यालु, बाटु हिरणु चुलखांदु,
बाटु हिरणु चुलखांदु सुवा हो…
बिना तेरा नि जगदु , नि जगदु त्वे बिना,
माछी पानी सी जियु तेरु मेरु हो,
माछी पानी सी…
म्वारी चैत्वाली घुमड़ांदी, म्वारी हो-हो-हो
म्वारी चैत्वाली घुमड़ांदी, माया का सुनांदी,
मन बोदु मी भी गौऊं, गौऊं ख़ुद बिसरौऊं
गौऊं ख़ुद बिसरौऊं सुवा हो…
बिना तेरा नि गयेंदु, नि गयेंदु त्वे बिना,
दियू बाती सी…
-नरेंद्र सिंह नेगी