कू भग्यान होलू डांड्यू मां, यनि भली बांसुरी बजाणु
बजाणु रे…कू भग्यान होलू डांड्यू मां…कू भग्यान…
होलू क्वी बिचारू मैं जनू, नखर्याली बांद रिझाणु
रिझाणु रे…होलू क्वी बिचारू में जनू…होलू क्वी
फूल हमथें देख-देखि, पोतलो सन कांडा छीन
पोतलो सन कांडा छीन
भौंरा देखा दिजा कैंमा, छुई हमरि लगाना छीन
को बेशर्म होलू तो सणी तेरि-मेरि माया बिगाणू
बिगाणू रे…
होलू क्वी बिचारू में जनू…होलू क्वी
ये डांडी बचानि होली कि, डालि बोटी गाणि होली
डालि बोटी गाणि होली
रसीला गीतों की भांण, कख बटि आणि होली
को घस्यार होली रोल्यू मां, अपना सौंजर्या थे बत्याणि
बत्याणि रे…
होली क्वै बिचारी मैं जनी…होली क्वी
मन मां बसायी मेरी, क्व होली दुन्या से न्यारी
क्व होली दुन्या से न्यारी
आंख्यूं मां लुक्याई बोल, को होली हिया की प्यारी
कू बेमान होलू बोला जी, लगदू जो आखूं से भी स्वाणूं
स्वाणूं रे…
होलू क्वी बिचारू मैं जनू…होलू क्वी
कू भग्यान होलू डांड्यू मां, यनि भली बांसुरी बजाणु
बजाणु रे…
होलू क्वी बिचारू मैं जनू…. होलू क्वी
-नरेंद्र सिंह नेगी